Tuesday 15 January 2013

भारत:22 में से 1 महिला ब्रेस्ट कैंसर की शिकार

ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी बीमारी जिससे हर महिला डरती है, एक ऐसी बीमारी जिससे हर लड़की खौफ खाती है। देश भर में लोगों को जागरूक बनाने के लिए 1 से 7 अक्टूबर तक ब्रेस्ट कैंसर वीक मनाया गया।
आकड़ों की माने तो भारत में फिलाहल 22 महिलाओं में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर की मरीज है। हर साल ब्रेस्ट कैंसर के तकरीबन 75 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। एक अनुमान है कि 2015 तक इस बीमारी के ढाई लाख से ज्यादा मामले सामने आएंगे। ग्रामीण महिलाओं के मुकाबले शहरी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं। वहीं दुनिया भर में हर 3 मिनट पर एक महिला ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी से पीड़ित हो जाती है। जबकि हर 13 मिनट पर एक महिला की इस बीमारी से मौत हो जाती है।
न्यूज़ (IBN Khabar) विडियो देखने के लिए क्लिक करें
दूषित वातावरण और बिगड़ती जीवन शैली ने इस बीमारी के खतरे को और बढ़ा दिया है। ये खतरा न सिर्फ 40 की उम्र से ज्यादा की महिलाओं में बढ़ता जा रहा है बल्कि कम उम्र की महिलाओं को भी ये अपना शिकार बना रहा है।
अमेरिका में 2009 में ब्रेस्ट कैंसर के कुल 1 लाख 94हजार 280 मामले सामने आए थे। जिसमें से 1 लाख 92 हजार 3 सौ 70 शिकार महिलाऐं थी तो 1 हजार 9 सौ दस पुरुष इसका शिकार बने। इनमें से चालीस हजार 170 महिलाओं की मौत हुई तो चार सौ चालीस पुरुष भी ब्रेस्ट कैंसर से मरे गए। अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये बीमारी कितनी खतरनाक है।
मालूम हो कि बीमारी की शुरुआत में महिलाओं के स्तन में बेहद छोटी गांठ बनती है। धीरे धीरे ये गांठ बड़ी हो जाती। इससे स्तन के आकार में बदलाव भी आता है। ऐसे किसी भी बदलाव या गांठ पर नजर रखना बेहद जरुरी है। कोई भी महिला ये परीक्षण शीशे के सामने घर में ही कर सकती है। त्वचा पर किसी तरह का सूजन सूजन, स्तन पर खून की नलियां साफ दिखना भी खतरे की निशानी हो सकती है।
मेमोग्राफी से जांच
शक होने पर डॉक्टर के पास जाकर मेमोग्राफी से भी ब्रेस्ट कैंसर की जांच हो सकती है। आम महिलाओं को 40 साल की उम्र में पहली बार, 40 के बाद हर दो साल में एक बार और 50 के बाद हर साल मेमोग्राफी करवानी चाहिए।
बायॉप्सी से जांच
ठोस गांठ की जांच के लिए प्रभावित टिश्यू का एक टुकड़ा या सेल्स लेकर माइक्रोस्कोप से देखा जाता है कि उस जगह कैंसर है या नहीं। इसके अलावा डॉक्टर ब्रेस्ट के अल्ट्रासाउंड की भी सलाह देते हैं।
लावण्या मैं कैंसर के २०००० से ज्यादा मरीज़ का सफलतापूर्वक इलाज़ हुआ ।

3 comments: